सफलता कठिन मेहनत से मिलती है
रिंकू अपने परिवार का एकमात्र संतान था। वह खेल-कूद पर अधिक ध्यान देता था। जिससे उसके माता-पिता बहुत चिंतित थे। उन्होंने रिंकू को कई बार समझाया कि उसे अपने पढ़ाई पर भी ध्यान देना चाहिए। लेकिन, वह अपने माता-पिता की सलाह को नजरअंदाज करता था।
एक दिन सुबह-सुबह रिंकू के पिता ने उसे समझाते हुए कहा - "बेटा, कल मुझे तुम्हारी शिकायत के बारे में फिर से तुम्हारी स्कूल से फोन आया। तुम स्कूल में मेहनत क्यों नहीं कर रहे हो?" रिंकू ने अपने पिता से माफी मांगी और अपने दोस्तों के साथ खेलने चला गया।
रिंकू की माँ के मन में एक विचार आया। उसने एक डंडा और एक पत्र उसके टेबल पर रखा। जब रिंकू घर वापस आया, तो उसने अपने टेबल पर रखा पत्र खोला और देखा कि उसमें क्या लिखा था। "प्रिय रिंकू! मैं जानती हूं कि तुम्हें पढ़ाई में रुचि नहीं है। लेकिन अगर तुम इस जादुई छड़ी को अपने पास रखोगे और पढ़ाई करोगे, तो तुम्हें सब कुछ याद रहेगा और तुम अपनी कक्षा में भी पहले आओगे।" - तुम्हारी प्यारी बहन!
उस दिन से रिंकू ने डंडा लेकर मेहनत करना शुरू किया और जो भी पढ़ता उसे याद रखने लगा। इस तरह उसका आत्मविश्वास और बढ़ने लगा। इस बार भी उसने अपनी कक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया। परीक्षा के परिणाम आने के बाद, वह अपनी माँ के पास गया और कहा - "देखो माँ, इस जादुई छड़ी के कारण मैं अपनी कक्षा में पहले स्थान पर आया हूँ।"
उसकी माँ ने कहा, "यह कोई जादुई छड़ी नहीं है, यह एक साधारण डंडा है जो मैंने तुम्हारी सुधार के लिए रखा था। तुम अपनी मेहनत के आधार पर अपनी कक्षा में पहले स्थान पर आए हो।" रिंकू ने कहा - "माँ, मैं समझ गया, सफलता जादुई छड़ी से नहीं बल्कि मेहनत से मिलती है। अब से मैं अपनी पढ़ाई में कठिन मेहनत करूंगा।"
.png)
0 Comments